मार्शल इस नवीनतम पुस्तक को प्रस्तुत करने से पहले उन्नीस पुस्तकें प्रकाशित कर चुके हैं। उनकी
पुस्तकों का अनुवाद फ्रेंच, स्पैनिश, तमिल, हिंदी, तागालोग और चीनी भाषाओँ में किया गया है
और पुस्तकों के प्रत्येक संस्करण को संबंधित देश के अनुसार अनुकूलित किया गया ह।ै
मार्शल बड़ी आसानी से गद्य और पद्य के मध्य परिवर्तन कर सकते ह और उन ै ्होंने प्रत्येक विद्या में
समान संख्या में पुस्तकें प्रकाशित की ह। हालाँक ै ि, उनकी पहली पसंद काल्पनिक कथा लेखन ह।ै
वर्तमान समय पर उनकी दो पुस्तकों पर फिल्म बनाने के लिए वार्ताओं का दौर चल रहा ह।ै
प्रस्तुत पुस्तक का अंग्रेजी, हिंदी और तमिल भाषाओं में अनुवाद भारतीय बाजार में उनके प्रवेश
का द्वार खोलेगी। आरंभिक दो उपन्यासों को पहले ही प्रकाशन किया जा चुका हैं। इसके बाद, अन्य
प्रमुख भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा।
1882 नामक पुस्तक न्यूजीलैंड में हुए कई दवयोग से घ ै टित होने वाली भयानक घटनाओं पर
आधारित ह। स ै ्थानीय कहानियों पर शोध करने से इस उपन्यास में शामिल किए जाने वाले
घटनाओं का पता चला। लेखक का मानना था कि पुनर्जन्म की संभावना उससे कही व्यापक है
जितना हम समझते ह।ै
एक बढ़िया कहानी कहने में सैकड़ों वर्षों का समय लगता हैं। यह भी कोई अपवाद नहीं ह। समय ै
बीतने के साथ भी प्रस्तुत पुस्तक की कहानी दो युगों से जुड़ी हुई ह। ै
पुनर्जन्म वास्तविकता ह या नहीं, इसके बारे में जानने के ै लिए इस पुस्तक को पढ़ें।
कर्म का चक्र कभी भी नहीं रूकता ह, आप ही बताइए क ै ्या यह रूकता ह?ै
1882: सतत्य
मार्शल गास ऑकलैंड, न्यूजीलैंड के निवासी ह। यह अनुवाद उनके इक् ै कीसवें
पुस्तक की ह। वह सो ै शल मीडिया पर लेखन के महारथी ह और उनके पाठकों ै
की संख्या 9.11 मिलियन से भी अधिक ह। इतना ही नहीं, उनकी लेखन ै विभिन्न
प्रकार के अनुवादों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर प्रसारित होती
जा रही ह। ै
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